तेज़ाब का असर
तेज़ाब का असर
कभी कुरेदा है
गर्म राख को ?
जल जाएंगे
तुम्हारी उंगलियों के पोर
बता देंगी
तुम्हें मेरे दबे ज़ख्म के
तेज़ाब का असर
अतुल “कृष्ण”
तेज़ाब का असर
कभी कुरेदा है
गर्म राख को ?
जल जाएंगे
तुम्हारी उंगलियों के पोर
बता देंगी
तुम्हें मेरे दबे ज़ख्म के
तेज़ाब का असर
अतुल “कृष्ण”