Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2021 · 4 min read

तेईस नंबर

▩ ▩ ▩ ▩ ▩ ▩ ▩
▩ लघु कथा / तेईस नंबर ▩
▩━━━━━━◈━━━━━━▩

बात स्कुल टाइम की आप सभी को तो अच्छे से पता होगा स्कुल में क्लास सेक्सन में बटा होता हैं स्टूडेंट ज्यादा होने के कारण ही सब को सेक्सन में
बाट दिया जाता था… सेक्सन भी बड़ी अजीब
तरीके से बाटा जाता था ?
जरा गौर करना……………………………………..
कुछ पंक्ति रखता हूँ.. जिससे कहानी में थोड़ा
मजा बना रहे……….अजी….लो..फिर आप….
सभी की फरमाइस पर एक___________
शायरी
▩━━━━━━◈━━━━━━▩
वो दिन भी क्या दिन थे हैं ना
बचपन के दिन बड़े रंगीन थे हैं ना
सूझती थी शरारत यार बिन चैन कहा
मनमानियां बड़े शान से करते थे हैं ना
▩━━━━━━◈━━━━━━▩
अक्कू के पिता का ट्रांसफर हो गया था
तो वो सीधे गाँव से शहर में आ गए अब
स्कूल खुलने वाला था तो अक्कू के पिता
जी ने एक प्राइवेट स्कूल में अपने बेटे का
दाख़िल करा दिया।
अक्कू 6 क्लास में पढ़ता है । उसके लिए
ये सब नया था । हा वो थोड़ा घबराया जरूर था क्यू की ये तो हर बच्चे का जैसे किसी गणित का नियम हो उस प्रकार ही है। सब घबराते हैं फिर बाद में कुछ इस तरह घुल जाते है जैसे दूध में पानी…..
एडमिशन हो गया अक्कू का और एक टेस्ट के
साथ सब को सेक्सन बटना था,टेस्ट तो हो गए
अब रिजल्ट और सेक्सन डिवाइस की बारी थी।
अक्कू ने सब छात्रा/छात्राओ में टॉप किया था,
25 मार्क वाले टेस्ट में अक्कू ने 23 लेकर आया
था वो टेस्ट कुछ नहीं बस सामान्य ज्ञान का था।
तो फिर क्या सेक्सन डिवाइस हुआ।
A B C D (अ) (ब) (स) (द) उसे A (अ)
सेक्सन मिला होशियार लोगो को A सेक्सन और उससे कम को B इसी तरह C और D भी ।
लेकिन सब कमजोर को एक सेक्सन में नही रख सकते इसी के चलते सब को अलग अलग सेक्सन
में बाट दिया फिर अक्कू को C (स) सेक्सन का
क्लास मिला.
उस सेक्सन के बच्चे पुछो मत बहुत ही शैतान थे।
जो केवल मस्ती करने ही स्कूल आते थे। अब सब
क्लास में गए सब के चेहरे नए थे अक्कू के लिए
और रोल नंबर मिला.आप को विश्वास नहीं होगा
अक्कू का रोल नम्बर भी 23 था ।
एडमिशन भी 23 तारिक को हुआ क्लास टेस्ट में
भी 23 नंबर आए। फिर क्या अक्कू का नाम अक्कू
से 23 पड़ गया सब उसे 23 कह के ही बुलाते थे।
समय बीत रहा था तिमाही परीक्षा पास थी जो 100 नंबर का होता था इसकी तैयारी में सब लग
गए जोरदार पढ़ाई होने लगी क्लास में और पेपर का टाइम भी आ गया । पेपर भी हो गए अब रिजल्ट आने वाला दिन था उस दिन सब ने कलर फूल ड्रेस पहन आये थे क्यू की दिन गुरुवार उस दिन स्कूल यूनिफार्म की छुट्टी होती थी तो सब
टीचर के आने का वेट करने लगे टीचर आये सब को
उनका रिजल्ट और ans…सीट दिया अक्कू का नंबर इस बार भी 23 आया था वो भी गणित और
अंग्रेजी में..मतलब वो फेल हो गया था ।
स्केल से सुताई हुई उसकी ..
अब उसका दिमाग़ खराब हो गया वो 23 बुलाने पर अब चीड़ जाता था पहले उसे अच्छा लगता था अब
वही 23 उसके लिए जहर बन गया था ।
सब छात्र / छात्रा और टीचर उसे टोंट मार देते थे।
सुनाने लगे वो क्लास आना ही बंद कर दिया और
घर में रह कर ही पढ़ने लगा उसकी कंप्लेन गई घर
पर उसके पिता को बुलाया गया स्कूल वो आये और
सारी बात बातये की ऐसा हुआ था मेरे बेटे अक्कू के
साथ तो स्कूल प्रबंधन ने उनके पिता से माफ़ी मांगी और कहा कि आगे से ऐसा नहीं होगा आप अक्कू को स्कूल भेजो वरना उपस्तिथि कम होने के कारण उसे परीक्षा में बैठने नहीं दिया जायेगा उनके पिता ने कहा अब वो पेपर के दिन ही आएगा ।
और उधर अक्कू को ये सब पता नहीं था, वो घर में
ही खूब मेहनत कर के पढ़ रहा था पर वो घर के पास वाले अंकल के यहाँ ट्यूसन जाता था।
एग्जाम का दिन आया वो गया पेपर देने इस बार
जब रिजल्ट आया तो वो गणित और इंग्लिश में
पास हो गया था । 100/55 गणित में
100/45 इंग्लिश में
बाक़ी विषयों पर तो उसने टॉप कर दिया था। उसके
जितना नंबर किसी का नहीं था फिर भी वो गणित
और इंग्लिश में कम ही नंबर ला पाया वो उस विषय में कमजोर था फिर भी उसने मेहनत न छोड़ी उसी के कारण वो आज पास हो गया उसके लिए तो यही
बहुत था उसने अपने ही डर को डरा कर आगे बढ़ता गया और वो टीचर और छात्र/छात्रा की बोलती बंद हो गई अब उसे कोई 23 नंबर कर के नहीं बुलाता और अब अटेंडेंक्स भी बदल गया अब
सब के नाम से अटेंडेंक्स लगती थी।
❣️•♥•❣️♥•❣️♥❣️•♥•❣️♥•❣️♥❣️
▩━━━━━━◈━━━━━━▩
स्वरचित
प्रेमयाद कुमार नवीन
जिला – महासमुन्द (छःग)
13/अगस्त/2021 fri..
▩━━━━━━◈━━━━━━▩

Language: Hindi
2 Comments · 608 Views

You may also like these posts

नज़्म
नज़्म
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
भइया
भइया
गौरव बाबा
दीपक
दीपक
SURYA PRAKASH SHARMA
मुक्तक काव्य
मुक्तक काव्य
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
जा चला जा दिसंबर....
जा चला जा दिसंबर....
Jyoti Roshni
अल्फाज़
अल्फाज़
Shweta Soni
पुनर्जागरण काल
पुनर्जागरण काल
Dr.Pratibha Prakash
स्वप्न से तुम
स्वप्न से तुम
sushil sharma
*होता अति आसान है, निराकार का ध्यान (कुंडलिया)*
*होता अति आसान है, निराकार का ध्यान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मिलोगे जब हमें प्रीतम मुलाकातें वही होगी ।
मिलोगे जब हमें प्रीतम मुलाकातें वही होगी ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है।
सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है।
सत्य कुमार प्रेमी
प्रेम .......तुमसे प्रेम हुआ तो तुम्हारे प्रेम में महसूस हुए
प्रेम .......तुमसे प्रेम हुआ तो तुम्हारे प्रेम में महसूस हुए
Swara Kumari arya
यदि धन है और एक सुंदर मन है
यदि धन है और एक सुंदर मन है
Sonam Puneet Dubey
बेटियां बोझ नहीं
बेटियां बोझ नहीं
Sudhir srivastava
4144.💐 *पूर्णिका* 💐
4144.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"राबता" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
आप सुनो तो तान छेड़ दूं
आप सुनो तो तान छेड़ दूं
Suryakant Dwivedi
व्रत
व्रत
sheema anmol
दोहा त्रयी. . .
दोहा त्रयी. . .
sushil sarna
Just try
Just try
पूर्वार्थ
नरेंद्र
नरेंद्र
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
लोकतंत्र का महापर्व
लोकतंत्र का महापर्व
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
थोड़ा नमक छिड़का
थोड़ा नमक छिड़का
Surinder blackpen
मैं लिखता हूँ
मैं लिखता हूँ
DrLakshman Jha Parimal
The Breath
The Breath
Otteri Selvakumar
दोस्ती
दोस्ती
Rambali Mishra
हिंदुस्तान
हिंदुस्तान
अखिलेश 'अखिल'
आँसू
आँसू
Shashi Mahajan
श्याम नाम
श्याम नाम
Sonu sugandh
हर एक मंजिल का अपना कहर निकला
हर एक मंजिल का अपना कहर निकला
डॉ. दीपक बवेजा
Loading...