तू ही समझा
तू ही समझा
लॉकडाउन कब का खत्म हो चुका। रामदुलारे तुम अब भी घर में दुबके पड़े हो। रामदुलारे कुछ नहीं बोला।
उसकी पत्नी बोली, “यही बात मैं हजार बार बोल चुकी हूँ। यह खोली छोड़ने को तैयार ही नहीं है। एक ही रट लगाए हुए है। बाहर पुलिस है, बाहर जाते ही मारेगी, मुर्गा बनाएगी। क्या करें इस निखिल का। कुछ भी सुनने को तैयार नहीं। इसे तू ही समझा।
-विनोद सिल्ला