तू हां कह दे अगर
तेरी आंखें है काली,
तूने पहनी कानों में है बाली
देखूं मैं तुझको जब
तेरे चेहरे पर आती है लाली।।
तेरी बातों में है नरमी
तेरी सांसों में है वो गर्मी
थोड़ा ठहर जाओ
तुझसे कुछ बातें है करनी।।
तेरी चाल है मस्तानी
देखकर तेरी ये जवानी
थोड़ा तो रहम कर
दुनिया हो गई है दीवानी।।
आंखों में तेरी है कशिश
न रख मुझसे तू रंजिश
दूर हो गई है जबसे
दे रही जिंदगी में तन्हाई दबिश।।
जो मुस्कान है तेरी
ये तो नींदें चुरा गई है मेरी
देखकर हंसते तुझे
धड़कने बढ़ जाती है मेरी।।
देखकर तेरी जुल्फें
अब सुकून मिलता है मुझे
छांव में बैठकर इनकी
बस निहारता रहूं अब तुझे।।
दिल की तमन्ना है
काश अब तू मिल जाए मुझे
जो तू हां कह दे अगर
पलकों पर बिठाकर रखूंगा तुझे।।