Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Mar 2024 · 1 min read

तूफ़ान की स्थिति

हवा से फाड़ना
आने वाले वेद में
तूफ़ान की दिशा बदल रही है
इस तरह दिशा चली गई
तूफ़ान का संकेत
कोई नहीं जानता क्या
लेकिन …
ज्ञात तथ्य यह है…???
हवा यहाँ है
सिवाय इसके कि यह तूफानी है…
तूफ़ान तो तूफ़ान ही है
अवतार लो और फिर पवन बन जाओ
अति खूबसूरत
यह शांत हो जाता है
हाँ….लहसुन की कलियाँ छोड़ दो
पेड़ और इमारतें उखड़ गईं
प्यार किया
तूफ़ान की स्थिति
यह बात है

+ ओत्तेरी सेल्वा कुमार

50 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
Diwakar Mahto
रेस का घोड़ा
रेस का घोड़ा
Naseeb Jinagal Koslia नसीब जीनागल कोसलिया
वो बाते वो कहानियां फिर कहा
वो बाते वो कहानियां फिर कहा
Kumar lalit
23/89.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/89.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Destiny
Destiny
Dhriti Mishra
अरमान
अरमान
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
सत्य से सबका परिचय कराएं, आओ कुछ ऐसा करें
सत्य से सबका परिचय कराएं, आओ कुछ ऐसा करें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
काश आज चंद्रमा से मुलाकाकत हो जाती!
काश आज चंद्रमा से मुलाकाकत हो जाती!
पूर्वार्थ
दहेज.... हमारी जरूरत
दहेज.... हमारी जरूरत
Neeraj Agarwal
ସାଧନାରେ କାମନା ବିନାଶ
ସାଧନାରେ କାମନା ବିନାଶ
Bidyadhar Mantry
*चिकित्सक (कुंडलिया)*
*चिकित्सक (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
नादान था मेरा बचपना
नादान था मेरा बचपना
राहुल रायकवार जज़्बाती
पूर्ण विराग
पूर्ण विराग
लक्ष्मी सिंह
मां
मां
Sanjay ' शून्य'
पाहन भी भगवान
पाहन भी भगवान
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
■मौजूदा दौर में...■
■मौजूदा दौर में...■
*प्रणय प्रभात*
साज सजाए बैठा जग के, सच से हो अंजान।
साज सजाए बैठा जग के, सच से हो अंजान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
ग़ज़ल _ धड़कन में बसे रहते ।
ग़ज़ल _ धड़कन में बसे रहते ।
Neelofar Khan
"वरना"
Dr. Kishan tandon kranti
वो सुहाने दिन
वो सुहाने दिन
Aman Sinha
आंधियां* / PUSHPA KUMARI
आंधियां* / PUSHPA KUMARI
Dr MusafiR BaithA
यादों के तराने
यादों के तराने
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आँखों में सुरमा, जब लगातीं हों तुम
आँखों में सुरमा, जब लगातीं हों तुम
The_dk_poetry
विजय हजारे
विजय हजारे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हसरतें पाल लो, चाहे जितनी, कोई बंदिश थोड़े है,
हसरतें पाल लो, चाहे जितनी, कोई बंदिश थोड़े है,
Mahender Singh
मैं नन्हा नन्हा बालक हूँ
मैं नन्हा नन्हा बालक हूँ
अशोक कुमार ढोरिया
*
*"रोटी"*
Shashi kala vyas
******** प्रेरणा-गीत *******
******** प्रेरणा-गीत *******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बेटी
बेटी
Dr Archana Gupta
इश्क़ में हम कोई भी हद पार कर जायेंगे,
इश्क़ में हम कोई भी हद पार कर जायेंगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...