तूफ़ानों से लड़करके, दो पंक्षी जग में रहते हैं।
तूफ़ानों से लड़करके, दो पंक्षी जग में रहते हैं।
छोटे से घर में रहकर, सबको सिंचित करते हैं।
दो प्यारे छोटे पंक्षी, अब उनके घर में शामिल हैं।
उनके खातिर वे दोनों, हर वक्त परिश्रम करते हैं।
प्रेम इसी को कहते हैं, हाँ…. प्रेम इसी को कहते हैं।