Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Aug 2024 · 1 min read

” तुम “

” तुम ”
तुम शरमा इस कदर गई,
वो रात ढली ना सहर हुई।

2 Likes · 2 Comments · 39 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
जब हम गरीब थे तो दिल अमीर था
जब हम गरीब थे तो दिल अमीर था "कश्यप"।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
कब करोगे जीवन का प्रारंभ???
कब करोगे जीवन का प्रारंभ???
Sonam Puneet Dubey
जीवन चक्र
जीवन चक्र
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
क्या लिखूं
क्या लिखूं
MEENU SHARMA
एक मीठा सा
एक मीठा सा
हिमांशु Kulshrestha
प्रेम और भय क्या है दोनों में क्या अंतर है। रविकेश झा
प्रेम और भय क्या है दोनों में क्या अंतर है। रविकेश झा
Ravikesh Jha
बचपन
बचपन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
संकल्प
संकल्प
Shyam Sundar Subramanian
3866.💐 *पूर्णिका* 💐
3866.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"शिष्ट लेखनी "
DrLakshman Jha Parimal
गुरु मानो संसार में ,
गुरु मानो संसार में ,
sushil sarna
मेरे भईया
मेरे भईया
Dr fauzia Naseem shad
"" *स्वस्थ शरीर है पावन धाम* ""
सुनीलानंद महंत
निगाहों से पूछो
निगाहों से पूछो
Surinder blackpen
*सवर्ण (उच्च जाति)और शुद्र नीच (जाति)*
*सवर्ण (उच्च जाति)और शुद्र नीच (जाति)*
Rituraj shivem verma
।।
।।
*प्रणय*
शायद यह सोचने लायक है...
शायद यह सोचने लायक है...
पूर्वार्थ
अक्षर ज्ञानी ही, कट्टर बनता है।
अक्षर ज्ञानी ही, कट्टर बनता है।
नेताम आर सी
गले लगाना पड़ता है
गले लगाना पड़ता है
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
तुम बस ज़रूरत ही नहीं,
तुम बस ज़रूरत ही नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
माँ सरस्वती प्रार्थना
माँ सरस्वती प्रार्थना
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
लहरों ने टूटी कश्ती को कमतर समझ लिया
लहरों ने टूटी कश्ती को कमतर समझ लिया
अंसार एटवी
फिकर
फिकर
Dipak Kumar "Girja"
।।  अपनी ही कीमत।।
।। अपनी ही कीमत।।
Madhu Mundhra Mull
वंसत पंचमी
वंसत पंचमी
Raju Gajbhiye
"चाह"
Dr. Kishan tandon kranti
आज हम ऐसे मोड़ पे खड़े हैं...
आज हम ऐसे मोड़ पे खड़े हैं...
Ajit Kumar "Karn"
जिंदगी और जीवन में अपना बनाएं.....
जिंदगी और जीवन में अपना बनाएं.....
Neeraj Agarwal
*कागज की नाव (बाल कविता)*
*कागज की नाव (बाल कविता)*
Ravi Prakash
काव्य-अनुभव और काव्य-अनुभूति
काव्य-अनुभव और काव्य-अनुभूति
कवि रमेशराज
Loading...