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27 Jun 2024 · 1 min read

तुम रूठकर मुझसे दूर जा रही हो

तुम रूठकर मुझसे दूर जा रही हो
क्या बात है जो मुझे तड़पा रही हो
मेरी गलतियां तो बताकर जाओ
लौटने का रास्ता बनाती जाओ
एक अवसर दो मुझे सुधरने का
सुधार नहीं हुआ तो चली जाओ
माना कि मैं नहीं समझ पाया तुम्हें
तुम भी तो समझ नहीं पाई हो मुझे
हमारी ज़िंदगी जहां आकर उलझ गई है
वह दुनियां हम दोनों की है सुलझ जायगी
तुम हिम्मत मत हारो मैं सब ठीक करूंगा
साथ होगा तो मैं पहले जैसा इंसान बनूंगा
_ सोनम पुनीत दुबे

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