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9 Aug 2018 · 1 min read

तुम रहनुमा हो मेरे

सदियों से हम साथ हैं फिर क्यों मन उदास है
तुम रहनुमा हो मेरे फिर क्यों नहीं है खुशी
जिंदगी कहां ठहर गई, क्या रह गई है कमी
तुम रहनुमा हो मेरे फिर कहां हुई है चूक
खुद को ढूंढना होगा, शयद कहीं खो गए हैं हम
मंजिल कोई भी हो हमारी रहना तो हमें साथ है
जिंदगी की भागदौड में नहीं छोडऩा साथ है
फिर जिंदगी में प्रेम बरसे ऐसा कुछ करें हम
तुम रहनुमा हो मेरे यह नहीं भूले हम

-विवेक श्रीवास्तव

Language: Hindi
303 Views

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