Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Feb 2021 · 1 min read

तुम्हारी यादें ।

नमन ? :- साहित्यपीडिया मंच
कुछ ख़त मोहब्बत के लिए रचना

-: तुम्हारी यादें !:-

आँखों से मेरे आँसू बहने दो ,
मत रहो मेरे पास, बस अपनी यादें रहने दो ।

चांदनी रातें में जो बांटे थे सुख , वे रहने दो ,
अंधेरी रात में जो दुख देकर गयी वे अब सहने दो ।

पार्क , बाग़ में बैठकर किये थे, जो बातें,
अब उस बातें को रहने दो ,
जो पूरा नहीं हुआ चाहत , उन चाहत को रहने दो ।

तुम्हारे आने की जो आगाज़ थी , उस पल को रहने दो ,
तुम्हारे जाने से जो हम रोशन को ग़म मिला,
अब उस ग़म को सहने दो ।

तुम्हारी जो घुँघरू की आवाज थी, उस आवाज को सुनने दो,
जो तुम्हारे लिए रखें थे प्रेम की बातें ,
अब उन बातों को कहने दो ।

तुम्हारी जो आने की मार्ग थी, उस मार्ग को निखारते रहने दो,
तुम आओ या मत आओ , बस हमारी इंतजार जारी रहने दो ।

पतझड़ में दी थी होंठों पर मुस्कान, उस मजे को रहने दो ,
भरी बंसत में जो देकर गयी सजा , उस सजे को सहने दो ।

पास रहो या मत रहो ,
बस मेरी आँखों से आँसू बहने दो ।।

✍️ रोशन कुमार झा
कोलकाता
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज

3 Likes · 58 Comments · 624 Views

You may also like these posts

शादी होते पापड़ ई बेलल जाला
शादी होते पापड़ ई बेलल जाला
आकाश महेशपुरी
बिती यादें
बिती यादें
Mansi Kadam
मेरी निजी जुबान है, हिन्दी ही दोस्तों
मेरी निजी जुबान है, हिन्दी ही दोस्तों
SHAMA PARVEEN
🙅बड़ा सच🙅
🙅बड़ा सच🙅
*प्रणय*
एक तू ही वह लड़की है
एक तू ही वह लड़की है
gurudeenverma198
!..............!
!..............!
शेखर सिंह
हो सके तो मुझे भूल जाओ
हो सके तो मुझे भूल जाओ
Shekhar Chandra Mitra
प्रार्थना
प्रार्थना
राकेश पाठक कठारा
3508.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3508.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
सब ठीक है ।
सब ठीक है ।
Roopali Sharma
"Recovery isn’t perfect. it can be thinking you’re healed fo
पूर्वार्थ
* मधुमास *
* मधुमास *
surenderpal vaidya
सड़क जो हाइवे बन गया
सड़क जो हाइवे बन गया
आर एस आघात
रिश्ते अब रास्तों पर
रिश्ते अब रास्तों पर
Atul "Krishn"
"रुदाली"
Dr. Kishan tandon kranti
"टूट कर बिखर जाउंगी"
रीतू सिंह
खेलों का महत्व
खेलों का महत्व
विजय कुमार अग्रवाल
जलहरण घनाक्षरी
जलहरण घनाक्षरी
Rambali Mishra
जिंदगी
जिंदगी
Neeraj Agarwal
देर तक शाख़ पर नहीं ठहरे
देर तक शाख़ पर नहीं ठहरे
Shweta Soni
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
लक्ष्मी सिंह
माँ मैथिली आओर विश्वक प्राण मैथिली --- रामइकबाल सिंह 'राकेश'
माँ मैथिली आओर विश्वक प्राण मैथिली --- रामइकबाल सिंह 'राकेश'
श्रीहर्ष आचार्य
कविता (आओ तुम )
कविता (आओ तुम )
Sangeeta Beniwal
अगर ख़ुदा बनते पत्थर को तराश के
अगर ख़ुदा बनते पत्थर को तराश के
Meenakshi Masoom
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
इक ज़िंदगी मैंने गुजारी है
इक ज़िंदगी मैंने गुजारी है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सुना है जो बादल गरजते हैं वो बरसते नहीं
सुना है जो बादल गरजते हैं वो बरसते नहीं
Sonam Puneet Dubey
"मौत से क्या डरना "
Yogendra Chaturwedi
" नैना हुए रतनार "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
*********** आओ मुरारी ख्वाब मे *******
*********** आओ मुरारी ख्वाब मे *******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...