नाम का साधू , काम का शैतान!
सौदा सच्चा करने के नाम पर
नारी की अस्मत लुटता था वो
नाम राम रहीम रख कर
खुद को भगवान् कहलाता था वो
इतना धन जोड़ा
इतना जर जोड़ा
एक जोरू की खातिर
जेल से नाता जोड़ा
नाम का साधू , काम का शैतान ,
इतना गरूर मत कर ऐ इंसान ,
बुराई का अंत
हमेशा बुरा ही होता आया है
राम के हाथो रावण भी कहा बच पाया है
कंस भी बुराईयों का पुतला था ,
भगवान् कृष्ण ने
उसे अपने हाथो से कुचला था
भारत में कितने ही नकली साधू है
जो रोजाना लोगो को बेवकूफ बनाते है
लोग भी इतनी पागल है
जो उनके बहकावे में आ जाते है
जागो , आँखे खोलो
इसके खिलाफ कुछ बोलो
अब तो अंधविश्वास को तोड़ो ,
सच्चाई से नाता जोड़ो
हम हिन्दू है या मुस्लिम है
फिर भी हम मानव है
संभ्य समाज में रहते है
नहीं हम कोई दानव है
अपने विश्वास को कायम रखने
उसी एक को मानो तुम
जो जग का पालन करता है ,
वही सर्वत्र है , ये जानो तुम
अपनी आँखे खोलो
अन्धकार से बाहर आओ
इन नकली बाबाओ के चुंगल से
अपनी इज्जत आप बचाओ
समय आ गए है अब जागने का
इनको मार भागो तुम ,
भारत माता के गौरव को
फिर से उज्जवल बनाओ तुम