तुम्हारा यूँ और तुम्हारी बस
तुम्हारा यूँ
गायब होना
मुझे डरा देता है लगता है
कहीं मुझसे कोई गलती तो नहीं हुई
जिससे तुम नाराज हो गई हो
तुम्हारा यूँ
मुझको नजरअंदाज करना
मुझे डरा देता है
लगता है कहीं तुम
मुझको भूलने तो नहीं लगे
तुम्हारा यूँ
मुझको अनदेखा करना
मुझे डरा देता है
लगता है कहीं तुम
मुझे दूर करने लगे हो
तुम्हारा यूँ
बदला बदला सा रूप
मुझे डरा देता है
लगता है कही
मैं पराया तो नही हो गया हूँ
तुम्हारी बस
अंदाज ए शिकायतों की अदा
अपनी लगती है
तब तू मुझे प्राणो से भी
प्यारी लगती है
तुम्हारी बस
बेबाक होकर बोलने की अदा
मनमोहन लगती है
तब तू मुझे अपनी
जीवनसंगिनी लगती है
तुम्हारी बस
दिल मे ना रखने वाली अदा
बड़ी प्यारी लगती है
तब तू मुझे अपनी
सबसे प्यारी सहेली लगती है
तुम्हारी बस
हक जताने की अदा
बड़ी स्यानी लगती है
तब तू मुझे बहुत बड़ी
दीवानी लगती है
तुम्हारा यूँ और तुम्हारी बस