Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2022 · 2 min read

“ तुम्हारा प्यार “

डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
==================

आ जाओ तुम्हें जी भर के प्यार करूँ ,
सारी खुशियाँ तुम पर मैं निसार करूँ !
कभी कोई कमी होने न पाए तुमको ,
तुम्हें प्यार से ही हरदम दीदार करूँ !!
आ जाओ तुम्हें जी भर के प्यार करूँ ,
सारी खुशियाँ तुम पर मैं निसार करूँ !
कभी कोई कमी होने न पाए तुमको ,
तुम्हें प्यार से ही हरदम दीदार करूँ !!
शिकायतें तेरी सर आँखों पर ,
तेरा ख्याल मैं रखता रहूँगा !
तुम्हें छाया में रख करके ,
तापिस किरणों को सहलूँगा !!
शिकायतें तेरी सर आँखों पर ,
तेरा ख्याल मैं रखता रहूँगा !
तुम्हें छाया में रख करके ,
तापिस किरणों को सहलूँगा !!
तुम्हारे सुख में मिलती है खुशी हमको,
तुम्हारे दुख को मैं कैसे स्वीकार करूँ !
कभी कोई कमी होने न पाए तुमको ,
तुम्हें प्यार से ही हरदम दीदार करूँ !!
तुम्हारे सुख में मिलती है खुशी हमको ,
तुम्हारे दुख को मैं कैसे स्वीकार करूँ !
कभी कोई कमी होने न पाए तुमको ,
तुम्हें प्यार से ही हरदम दीदार करूँ !!
साथ मिलके चलेंगे राहों में ,
मंज़िल आसान हो जाएगी !
रुकेंगे फिर कभी ना हम ,
देखते यूँ सफर कट जाएगी !!
साथ मिलके चलेंगे राहों में ,
मंज़िल आसान हो जाएगी !
रुकेंगे फिर कभी ना हम ,
देखते यूँ सफर कट जाएगी !!
साथ रहने से मुझे सब मिल गया है ,
दूसरे का आखिर मैं क्यूँ इंतज़ार करूँ !
कभी कोई कमी होने न पाए तुमको ,
तुम्हें प्यार से ही हरदम दीदार करूँ !!
साथ रहने से मुझे सब मिल गया है ,
दूसरे का आखिर मैं क्यूँ इंतज़ार करूँ !
कभी कोई कमी होने न पाए तुमको ,
तुम्हें प्यार से ही हरदम दीदार करूँ !!
प्यार का बंधन लगा है ,
जन्मों तक हम निभाएंगे !
सात फेरे हमने लिया है ,
सात जन्मों हम चलाएंगे !!
प्यार का बंधन लगा है ,
जन्मों तक हम निभाएंगे !
सात फेरे हमने लिया है ,
सात जन्मों हम चलाएंगे !!
पलकों के आँगन में रख पाए तुमको ,
तुम्हें प्यार से ही सदा अंगीकार करूँ !
कभी कोई कमी होने न पाए तुमको ,
तुम्हें प्यार से ही हरदम दीदार करूँ !!
पलकों के आँगन में रख पाए तुमको ,
तुम्हें प्यार से ही सदा अंगीकार करूँ !
कभी कोई कमी होने न पाए तुमको ,
तुम्हें प्यार से ही हरदम दीदार करूँ !!
========================
डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
साउन्ड हेल्थ क्लिनिक
एस 0 पी 0 कॉलेज रोड
दुमका
झारखंड
भारत
11.06.2022.

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 248 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अन-मने सूखे झाड़ से दिन.
अन-मने सूखे झाड़ से दिन.
sushil yadav
राम
राम
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बहुत कुछ बोल सकता हु,
बहुत कुछ बोल सकता हु,
Awneesh kumar
अनुप्रास अलंकार
अनुप्रास अलंकार
नूरफातिमा खातून नूरी
किसी के टुकड़े पर पलने से अच्छा है खुद की ठोकरें खाईं जाए।
किसी के टुकड़े पर पलने से अच्छा है खुद की ठोकरें खाईं जाए।
Rj Anand Prajapati
बस इतना ही सफ़र तय करना है तुम्हारे साथ,
बस इतना ही सफ़र तय करना है तुम्हारे साथ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अन्तर्मन में अंत का,
अन्तर्मन में अंत का,
sushil sarna
मैं भी अपनी नींद लुटाऊं
मैं भी अपनी नींद लुटाऊं
करन ''केसरा''
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
उसकी याद में क्यों
उसकी याद में क्यों
Chitra Bisht
तेरी इस वेबफाई का कोई अंजाम तो होगा ।
तेरी इस वेबफाई का कोई अंजाम तो होगा ।
Phool gufran
🥀*गुरु चरणों की धूल* 🥀
🥀*गुरु चरणों की धूल* 🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
तो क्या हुआ
तो क्या हुआ
Sûrëkhâ
"आत्मा के अमृत"
Dr. Kishan tandon kranti
खिलखिलाते हैं उसे देखकर बहुत से लोग,
खिलखिलाते हैं उसे देखकर बहुत से लोग,
Anand Kumar
*जिंदगी-भर फिर न यह, अनमोल पूँजी पाएँगे【 गीतिका】*
*जिंदगी-भर फिर न यह, अनमोल पूँजी पाएँगे【 गीतिका】*
Ravi Prakash
संकल्प
संकल्प
Naushaba Suriya
कहाँ है मुझको किसी से प्यार
कहाँ है मुझको किसी से प्यार
gurudeenverma198
विश्वासघात/धोखा
विश्वासघात/धोखा
लक्ष्मी सिंह
या तो हम अतीत में जिएंगे या भविष्य में, वर्तमान का कुछ पता ह
या तो हम अतीत में जिएंगे या भविष्य में, वर्तमान का कुछ पता ह
Ravikesh Jha
3984.💐 *पूर्णिका* 💐
3984.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हम कोई भी कार्य करें
हम कोई भी कार्य करें
Swami Ganganiya
महायोद्धा टंट्या भील के पदचिन्हों पर चलकर महेंद्र सिंह कन्नौज बने मुफलिसी आवाम की आवाज: राकेश देवडे़ बिरसावादी
महायोद्धा टंट्या भील के पदचिन्हों पर चलकर महेंद्र सिंह कन्नौज बने मुफलिसी आवाम की आवाज: राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
बच्चे
बच्चे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
राजर्षि अरुण की नई प्रकाशित पुस्तक
राजर्षि अरुण की नई प्रकाशित पुस्तक "धूप के उजाले में" पर एक नजर
Paras Nath Jha
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
Diwakar Mahto
त’आरूफ़ उसको
त’आरूफ़ उसको
Dr fauzia Naseem shad
श्री राम भजन
श्री राम भजन
Khaimsingh Saini
माँ दुर्गा की नारी शक्ति
माँ दुर्गा की नारी शक्ति
कवि रमेशराज
चमन
चमन
Bodhisatva kastooriya
Loading...