Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2024 · 1 min read

तुम्हारा प्यार मिले तो मैं यार जी लूंगा।

गज़ल

1212/1122/1212/22
तुम्हारा प्यार मिले तो मैं यार जी लूंगा।
सुखों की चाह नहीं गम हजार जी लूंगा। 1

कई जनम में मुझे साथ तुम न दो जानम,
मैं एक शाम में जन्मों का प्यार जी लूंगा। 2

तुम्हारी आंखों में मस्ती है मय के प्यालों की,
बिना पिए हुए मय का खुमार जी लूंगा। 3

किसी की मां हो मुझे गोद में उठा लो तुम,
मैं एक पल को ही मां का दुलार जी लूंगा। 4

तुम्हारे सामने मैं हार जाऊंगा प्रेमी,
तुम्हें जिता के मैं खुश होके हार जी लूंगा। 5

………✍️ सत्य कुमार प्रेमी

72 Views
Books from सत्य कुमार प्रेमी
View all

You may also like these posts

ग़ज़ल 1
ग़ज़ल 1
Deepesh Dwivedi
"डूबना"
Dr. Kishan tandon kranti
नर्म वही जाड़े की धूप
नर्म वही जाड़े की धूप
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बुंदेली लघुकथा - कछु तुम समजे, कछु हम
बुंदेली लघुकथा - कछु तुम समजे, कछु हम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"शुक्रिया अदा कर देते हैं लोग"
Ajit Kumar "Karn"
आई अमावस घर को आई
आई अमावस घर को आई
Suryakant Dwivedi
माहिया - डी के निवातिया
माहिया - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
उलझन !!
उलझन !!
Niharika Verma
"" *माँ की ममता* ""
सुनीलानंद महंत
*छॉंव की बयार (गजल संग्रह)* *सम्पादक, डॉ मनमोहन शुक्ल व्यथित
*छॉंव की बयार (गजल संग्रह)* *सम्पादक, डॉ मनमोहन शुक्ल व्यथित
Ravi Prakash
4582.*पूर्णिका*
4582.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आता एक बार फिर से तो
आता एक बार फिर से तो
Dr Manju Saini
महादेवी वर्मा जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि
महादेवी वर्मा जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि
Harminder Kaur
जी चाहता है रूठ जाऊँ मैं खुद से..
जी चाहता है रूठ जाऊँ मैं खुद से..
शोभा कुमारी
चोर साहूकार कोई नहीं
चोर साहूकार कोई नहीं
Dr. Rajeev Jain
रख अपने वास्ते
रख अपने वास्ते
Chitra Bisht
आज कल कुछ लोग काम निकलते ही
आज कल कुछ लोग काम निकलते ही
शेखर सिंह
जिंदगी
जिंदगी
Deepali Kalra
श्याम के ही भरोसे
श्याम के ही भरोसे
Neeraj Mishra " नीर "
जब सच सामने आता है
जब सच सामने आता है
Ghanshyam Poddar
नमामि गंगे हर हर गंगे
नमामि गंगे हर हर गंगे
श्रीकृष्ण शुक्ल
Raniya Bhikharin.
Raniya Bhikharin.
Acharya Rama Nand Mandal
"यक्ष प्रश्न है पूछता, धर्मराज है मौन।
*प्रणय*
अगर
अगर "स्टैच्यू" कह के रोक लेते समय को ........
Atul "Krishn"
उम्मीद का दामन।
उम्मीद का दामन।
Taj Mohammad
"Gym Crush"
Lohit Tamta
शीर्षक -घरौंदा
शीर्षक -घरौंदा
Sushma Singh
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
विश्वास
विश्वास
sushil sarna
रहे_ ना _रहे _हम सलामत रहे वो,
रहे_ ना _रहे _हम सलामत रहे वो,
कृष्णकांत गुर्जर
Loading...