Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jun 2022 · 1 min read

तुम्हारा प्यार अब नहीं मिलता।

ग़ज़ल
122……212……122…..2

तुम्हारा प्यार अब नहीं मिलता।
गुले गुलज़ार अब नहीं मिलता।

मैं तेरा इंतेजार करता हूॅं,
तेरा इज़हार अब नहीं मिलता।

जो बाहें डाल देती थी गले में,
गले का हार अब नहीं मिलता।

तेरे बाहों में थी मेरी दुनियां,
वही संसार अब नहीं मिलता।

कहां देखूं मैं चाॅंद सा चेहरा,
कोई रुखसार अब नहीं मिलता।

जिसे चिंता हो माल की मेरे,
वो चौकीदार अब नहीं मिलता।

बहुत करते हैं प्यार प्रेमी को,
वो मां का प्यार अब नहीं मिलता।

……..✍️ प्रेमी

201 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सत्य कुमार प्रेमी
View all

You may also like these posts

स्वच्छता अभियान
स्वच्छता अभियान
Neha
सियाचिनी सैनिक
सियाचिनी सैनिक
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
सच्ची मोहब्बत नहीं अब जमीं पर
सच्ची मोहब्बत नहीं अब जमीं पर
gurudeenverma198
नारी जाति को समर्पित
नारी जाति को समर्पित
Juhi Grover
पीर मिथ्या नहीं सत्य है यह कथा,
पीर मिथ्या नहीं सत्य है यह कथा,
संजीव शुक्ल 'सचिन'
चांद सा खुबसूरत है वो
चांद सा खुबसूरत है वो
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
"व्यवहारों की जगह व्यापारों ने ले ली है ll
पूर्वार्थ
कैसे परहेजगार होते हैं।
कैसे परहेजगार होते हैं।
Kumar Kalhans
मेहनत करो और खुश रहो
मेहनत करो और खुश रहो
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
बीरबल जैसा तेज तर्रार चालाक और समझदार लोग आज भी होंगे इस दुन
बीरबल जैसा तेज तर्रार चालाक और समझदार लोग आज भी होंगे इस दुन
Dr. Man Mohan Krishna
पुतले सारे काठ के,
पुतले सारे काठ के,
sushil sarna
मन
मन
मनोज कर्ण
*प्रकृति के हम हैं मित्र*
*प्रकृति के हम हैं मित्र*
Dushyant Kumar
*~पहाड़ और नदी~*
*~पहाड़ और नदी~*
Priyank Upadhyay
अभिव्यक्ति के माध्यम - भाग 02 Desert Fellow Rakesh Yadav
अभिव्यक्ति के माध्यम - भाग 02 Desert Fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
अक्का देवी
अक्का देवी
Dr.Pratibha Prakash
ईश्वर का प्रेम उपहार , वह है परिवार
ईश्वर का प्रेम उपहार , वह है परिवार
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
*मुहर लगी है आज देश पर, श्री राम के नाम की (गीत)*
*मुहर लगी है आज देश पर, श्री राम के नाम की (गीत)*
Ravi Prakash
धनपत राय
धनपत राय
MUSKAAN YADAV
3642.💐 *पूर्णिका* 💐
3642.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
शायद मैं भगवान होता
शायद मैं भगवान होता
Kaviraag
"जीवन"
Dr. Kishan tandon kranti
पिता और प्रकृति
पिता और प्रकृति
Kirtika Namdev
യാത്രാമൊഴി.
യാത്രാമൊഴി.
Heera S
अपनापन
अपनापन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"प्यासा"के गजल
Vijay kumar Pandey
यदि किछ तोर बाजौ
यदि किछ तोर बाजौ
श्रीहर्ष आचार्य
✍️ दोहा ✍️
✍️ दोहा ✍️
राधेश्याम "रागी"
*......हसीन लम्हे....* .....
*......हसीन लम्हे....* .....
Naushaba Suriya
Loading...