तुमसे ही तो मेरी दुनिया सजती
तुमसे ही तो मेरी दुनिया सजती तुम ही हो मेरे संगीत,
दुनिया की इस भीड़ में अकेली खड़ी हो रही भयभीत,
मन में मेरे तेरे प्यार की एक आशा रूपी ज्योत जगी है,
प्यार भरे इस रिश्ते में हमारी ना ही हार है ना ही जीत,
रंगमंच की बनकर नायिका गीत रागिनी सी अलबेली,
राह तेरी निहारे मुझे अपना लो तुम ही हो मेरे मन मीत,
उस आस की ज्योति को ना बुझने देना जो मैंने जगाई है,
सर्वस्व समर्पण कर दिया मैंने तुम ही हो मेरी आत्म संगीत,
विश्वास का बंधन तुम संग बांधा है ओ मेरे जीवन साथी,
गीतों की खुशनुमा बहार बनकर बन जाओ तुम मेरे गीत I