तुमसे बेहतर
तुमसे बेहतर कौन हमारी सांस समझेगा द्वेष भरे जीवन में प्रेम के अल्फाज समझेगा समझेंगे जीवन की लाभ हानि सब कौन ये सच्ची सी मुस्कान समझेगा तुमसे बेहतर कौन हमारी सांस समझेगा…. तू है गंगा का पावन जल मैं बहती सी एक धारा हूं जिसे सुनकर सुकून मिले वो एहसास तुम्हारा हूं
प्रेम की ये लिखावट कहां ये जहान समझेगा तुमसे बेहतर कौन हमारी सांस समझेगा द्वेष भरे जीवन में प्रेम के अल्फाज समझेगा
Akash RC Sharma✍️©️