Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Feb 2023 · 1 min read

तुमसे उम्मीद थी कि

तुमसे उम्मीद थी कि,
फिर से बनेंगे अच्छे रिश्ते,
फिर से शुरू होगी मुलाकात,
फिर से जुड़ेगी प्यार की डोर,
टूटेगी नफरत की दीवार,
और फिर से होगी सुबह।

तुमसे उम्मीद थी कि,
तुम करोगे कोशिश,
मुझको मनाने की,
मुझको सीने से लगाकर,
छुपाकर अपनी बाँहों में,
मुझको हँसाकर गीतों से।

तुमसे उम्मीद थी कि,
आयेगी तुमको शर्म,
मुझको बर्बाद देखकर,
कि तुमको आयेगी दया,
मेरे बहते ऑंसू देखकर,
तुम बुलावोगे मुझको।

तुमसे उम्मीद थी कि,
तुम करोगे मेरा सम्मान,
मेरी कामयाबी को देखकर,
तुम बनावोगे मुझको ख्वाब,
मेरा अपनापन समझकर,
मगर तुम तो गुमराह हो।

शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
141 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कि दे दो हमें मोदी जी
कि दे दो हमें मोदी जी
Jatashankar Prajapati
चार यार
चार यार
Bodhisatva kastooriya
सकारात्मकता
सकारात्मकता
Sangeeta Beniwal
नहीं देखा....🖤
नहीं देखा....🖤
Srishty Bansal
तेरे इंतज़ार में
तेरे इंतज़ार में
Surinder blackpen
कब तक
कब तक
आर एस आघात
इज़हार कर ले एक बार
इज़हार कर ले एक बार
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
खुद के करीब
खुद के करीब
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
खरीद लो दुनिया के सारे ऐशो आराम
खरीद लो दुनिया के सारे ऐशो आराम
Ranjeet kumar patre
जी करता है , बाबा बन जाऊं – व्यंग्य
जी करता है , बाबा बन जाऊं – व्यंग्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
💐प्रेम कौतुक-312💐
💐प्रेम कौतुक-312💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
मौहब्बत में किसी के गुलाब का इंतजार मत करना।
मौहब्बत में किसी के गुलाब का इंतजार मत करना।
Phool gufran
"अजब-गजब मोहब्बतें"
Dr. Kishan tandon kranti
बहुत हुआ
बहुत हुआ
Mahender Singh
विरह
विरह
नवीन जोशी 'नवल'
12- अब घर आ जा लल्ला
12- अब घर आ जा लल्ला
Ajay Kumar Vimal
गाडगे पुण्यतिथि
गाडगे पुण्यतिथि
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
भारत की पुकार
भारत की पुकार
पंकज प्रियम
जाने कहाँ से उड़ती-उड़ती चिड़िया आ बैठी
जाने कहाँ से उड़ती-उड़ती चिड़िया आ बैठी
Shweta Soni
पाती
पाती
डॉक्टर रागिनी
*ट्रस्टीशिप विचार: 1982 में प्रकाशित मेरी पुस्तक*
*ट्रस्टीशिप विचार: 1982 में प्रकाशित मेरी पुस्तक*
Ravi Prakash
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
3205.*पूर्णिका*
3205.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जो बीत गया उसे जाने दो
जो बीत गया उसे जाने दो
अनूप अम्बर
हर परिवार है तंग
हर परिवार है तंग
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
छन्द- सम वर्णिक छन्द
छन्द- सम वर्णिक छन्द " कीर्ति "
rekha mohan
तबकी  बात  और है,
तबकी बात और है,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
★उसकी यादों का साया★
★उसकी यादों का साया★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
Loading...