तुमने कहा था…..
दिल को तेरे मैं ही भाती हूँ, तुमने कहा था
मैं सिर्फ तेरी परी हूँ,मुझसे तुमने कहा था
क्यूँ साथ ले गए, मुस्कराहट और हँसी मेरी
फबती ये खूब मेरे होठों पर,तुमने कहा था
ख्वाब दिखा हसीन,क्यूँ सारे ख्वाब ले गये
खोये रहते हो ख्यालो में मेरे तुमने कहा था
गर दांव पर लगा जो, इश्क़ कभी हमारा
महफूज़ रखोगे तुम मुझे, तुमने कहा था
आज भी तेरे गमो को, हँसकर सह रहे हैं
सदा यूँ ही हँसते रहा करो,तुमने कहा था
यूँ चुपचाप,बिन खता बतायें, क्यूँ चले गए
हरदम साथ निभाओगे,कभी तुमने कहा था
रेखा”कमलेश ”
होशंगाबाद मप्र