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2 May 2024 · 1 min read

तुमको खोकर

ज़िंदगानी में ऐसा हाल न हो।
तुमको खोकर मुझे मलाल न हो॥

मुख़्तलिफ़ लोग साथ रह लेंगे,
दरमियां सोच का बवाल न हो।

भीग जाएगा अश्को से दामन ।
मेरे हाथों में गर रुमाल न हो ।

ज़िंदगी पर यकीन आ जाता,
मौत का गर हमें ख्याल न हो।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
4 Likes · 103 Views
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