तुझे भूले कैसे।
तू अभी भी जिन्दा है कही मुझमें।
तुझे भूले कैसे तू बसता है दिलमें।।
कोशिशें हजार ना कामयाब रही।
जाऊं कहां जब तू दिखता है रबमें।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ
तू अभी भी जिन्दा है कही मुझमें।
तुझे भूले कैसे तू बसता है दिलमें।।
कोशिशें हजार ना कामयाब रही।
जाऊं कहां जब तू दिखता है रबमें।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ