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18 Dec 2020 · 1 min read

तिरंगा

वतन मेरा ,नफरत की आग में फुकने ना दूँगा।
कल गूंजेगा हसीं तराना, रुकने ना दूँगा।।
लड़ना भी क्यों न पड़े मौत से चाहे मुझको अब-
जाँ से भी प्यारा हसीं, तिरंगा, झुकने ना दूँगा।

Language: Hindi
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