आखों में नमी की कमी नहीं
आखों में नमी की कमी नहीं
इश्क ना सही.. दर्द की कमी नही
तेरा हसीन सा जुल्म ढाया मुझे
नही है गीला और शिकवा तुम्हे ।।
आखों में नमी की कमी नहीं
इश्क ना सही.. दर्द की कमी नही
तेरा हसीन सा जुल्म ढाया मुझे
नही है गीला और शिकवा तुम्हे ।।