*हुआ देश आजाद तिरंगा, लहर-लहर लहराता (देशभक्ति गीत)*
हुआ देश आजाद तिरंगा, लहर-लहर लहराता (देशभक्ति गीत)
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हुआ देश आजाद तिरंगा, लहर-लहर लहराता
(1)
विष की बेला गई आज, अमृत चहुॅं ओर बधाई
बढ़ा आत्मनिर्भर पथ पर, समृद्धि छटा नव छाई
नए दौर में नई मंजिलों, को छूकर मुस्काता
(2)
तीन रंग का यह झंडा, इसकी बलिदानी गाथा
इसकी शान बढ़ी तो ऊॅंचा, हुआ देश का माथा
अमर अनगिनत बलिदानों से, नवप्रभात यह लाता
(3)
सदा गान हृदयों में हम, जन गण मन का गाऍंगे
वंदनीय है भारत माता, सदियों दोहराऍंगे
कभी नहीं चिर आजादी का, टूटेगा फिर नाता
हुआ देश आजाद तिरंगा, लहर-लहर लहराता
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451