तितली रानी (बाल कविता)
तितली रानी (बाल कविता)
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मैने पूछा “तितली रानी !
क्यों पानी से डरतीं,
कभी नहाते तुम्हें न देखा
कभी न मस्ती करतीं ।
तितली बोली मैं नाजुक हूँ
कोमल मेरी काया,
साबुन मैने कभी जन्म भर
अपने नहीं लगाया।
अगर कहीं मैं गई भीग
तो तन कैसे पोछुँगी,
ना बाबा ! सौ बार
नहाने से पहले सोचुँगी ।
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451