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22 Jun 2023 · 1 min read

*तारे (बाल कविता)*

तारे (बाल कविता)

आसमान में कितने तारे
आओ देखें गिन कर सारे
आसमान को यह चमकाते
झिलमिल करके रंग जमाते
किसने सोचो इन्हें बनाया
आसमान में जा बैठाया

रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

1 Like · 980 Views
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