तारीख , तारीख न हो जाए , कुछ तो कर
1.
तारीख , तारीख न हो जाए , कुछ तो कर
तारिख, तेरी तारीफ हो जाए, कुछ ऐसा कर
2.
नज़ाकत सिखा, अदब सिखा मुझको
ऐ मेरे खुदा
मेरी जिन्दगी
नाउम्मीदी का समंदर न हो जाए
1.
तारीख , तारीख न हो जाए , कुछ तो कर
तारिख, तेरी तारीफ हो जाए, कुछ ऐसा कर
2.
नज़ाकत सिखा, अदब सिखा मुझको
ऐ मेरे खुदा
मेरी जिन्दगी
नाउम्मीदी का समंदर न हो जाए