तसव्वुर
ए मेरे ख्वाबों के दुनिया और ख्वाइशों के महल ,
तू है मेरे तसव्वुर में अब तक जाहिर होंगे या नहीं ।
मैं तुम्हारी आरजू भी करूं किस उम्मीद से,
बताओ तो सही ! तुम मेरे नसीब में हो या नहीं !
ए मेरे ख्वाबों के दुनिया और ख्वाइशों के महल ,
तू है मेरे तसव्वुर में अब तक जाहिर होंगे या नहीं ।
मैं तुम्हारी आरजू भी करूं किस उम्मीद से,
बताओ तो सही ! तुम मेरे नसीब में हो या नहीं !