तमाम उम्र हम रोते रहे…2/3
? #शुभरात्रि ?
धुआँ-धुआँ सब हसरतें हो रहीं,
अब ख़त्म सब ज़रूरतें हो रहीं ।।
ज़िंदगी में कहीं और निकल रहे,
खाली हाथों को हम मल रहे ।।
कोई सदा अब ना सुनाई दे,
कोई अपना अब ना दिखाई दे ।।
सब कुछ अपना खोते रहे,
तमाम उम्र हम रोते रहे……..
#हनीफ़_शिकोहाबादी ✍️