तमन्ना
है तमन्ना दिल में मेरे ,
जब मौत आए तो मेरी मांग,
में सिन्दूर रहे।
है ख्वाइश मेरे दिल की ये ,
बिछड़ना न मौत के बिना हो,
जब आए लेने मुझे यमराज जी,
तो मेरा सिर मेरे पति की गोदी में हो।
न तमन्ना चांद तारों की,
न हीरे जवारहों की।
है चाह तो केवल इतनी,
मेरे पिया की बगिया भरी रहे बहारों की।