Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Oct 2016 · 1 min read

*तभी समझो दिवाली है*

जलाओ दीप जी भर कर,
दिवाली आज आई है।
नया उत्साह लाई है,
नया विश्वास लाई है।

इसी दिन राम आये थे,
अयोध्या मुस्कुराई थी।
हुआ था राम का स्वागत,
खुशी चहुँ ओर छाई थी।

मना था जश्न घर-घर में,
उदासी खिलखिलाई थी।
अँधेरा चौदह बर्षों का,
उजाला ले के आई थी।

इसी दिन श्याम सुन्दर ने,
गोवर्धन को उठाया था।
अहम् इन्दर का तोड़ा था,
वृंदावन को बचाया था।

हिरण्य कश्यप को मारा था,
श्री नरसिंह रूप धारी ने।
नरकासुर को भी मारा था,
सुदर्शन चक्र धारी ने।

हुआ था आगमन माँ का,
समुन्दर का हुआ मंथन।
धन-धान्य की देवी,माँ लक्ष्मी,
का होता आज है पूजन।

जलाते आज हम दीपक,
अँधेरा दूर करने को।
खुशी जीवन में लाने को,
उजाला मन में भरने को।

मगर मन में उदासी है,
अँधेरा हर तरफ कैसे।
उजाला चन्द लोगों तक,
सिमट कर रह गया कैसे।

करें हम आज कुछ ऐसा,
कि मन का दीप जल जाये।
अँधेरा रह नहीं पाये,
उजाला हर तरफ छाये।

उजाला मन में हो जाये,
तो दुनियाँ ही निराली है,
सभी के द्वार जगमग हों,
तभी समझो दिवाली है।

…आनन्द विश्वास

Language: Hindi
447 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
धरती को‌ हम स्वर्ग बनायें
धरती को‌ हम स्वर्ग बनायें
Chunnu Lal Gupta
डमरू वीणा बांसुरी, करतल घन्टी शंख
डमरू वीणा बांसुरी, करतल घन्टी शंख
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
नाचणिया स नाच रया, नचावै नटवर नाथ ।
नाचणिया स नाच रया, नचावै नटवर नाथ ।
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
Happy Father Day, Miss you Papa
Happy Father Day, Miss you Papa
संजय कुमार संजू
खूबसूरती
खूबसूरती
RAKESH RAKESH
एक मुक्तक
एक मुक्तक
सतीश तिवारी 'सरस'
साधना से सिद्धि.....
साधना से सिद्धि.....
Santosh Soni
The greatest luck generator - show up
The greatest luck generator - show up
पूर्वार्थ
बांध रखा हूं खुद को,
बांध रखा हूं खुद को,
Shubham Pandey (S P)
कभी कभी अच्छा लिखना ही,
कभी कभी अच्छा लिखना ही,
नेताम आर सी
*अपने करते द्वेष हैं, अपने भीतरघात (कुंडलिया)*
*अपने करते द्वेष हैं, अपने भीतरघात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हुआ अच्छा कि मजनूँ
हुआ अच्छा कि मजनूँ
Satish Srijan
#आज_ऐतिहासिक_दिन
#आज_ऐतिहासिक_दिन
*Author प्रणय प्रभात*
यार ब - नाम - अय्यार
यार ब - नाम - अय्यार
Ramswaroop Dinkar
मिली उर्वशी अप्सरा,
मिली उर्वशी अप्सरा,
लक्ष्मी सिंह
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सफर में हमसफ़र
सफर में हमसफ़र
Atul "Krishn"
सेवा की महिमा कवियों की वाणी रहती गाती है
सेवा की महिमा कवियों की वाणी रहती गाती है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
-आजकल मोहब्बत में गिरावट क्यों है ?-
-आजकल मोहब्बत में गिरावट क्यों है ?-
bharat gehlot
पापी करता पाप से,
पापी करता पाप से,
sushil sarna
विनती
विनती
Kanchan Khanna
छेड़ता है मुझको यशोदा मैया
छेड़ता है मुझको यशोदा मैया
gurudeenverma198
कुछ हकीकत कुछ फसाना और कुछ दुश्वारियां।
कुछ हकीकत कुछ फसाना और कुछ दुश्वारियां।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
किसी भी रूप में ढ़ालो ढ़लेगा प्यार से झुककर
किसी भी रूप में ढ़ालो ढ़लेगा प्यार से झुककर
आर.एस. 'प्रीतम'
"बुद्धिमानी"
Dr. Kishan tandon kranti
2435.पूर्णिका
2435.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
कोई आरज़ू नहीं थी
कोई आरज़ू नहीं थी
Dr fauzia Naseem shad
बाढ़ का आतंक
बाढ़ का आतंक
surenderpal vaidya
हम हिंदुस्तानियों की पहचान है हिंदी।
हम हिंदुस्तानियों की पहचान है हिंदी।
Ujjwal kumar
Loading...