तब लगती है चोट
कर दें सच को झूठ जो, पहने काला कोट ।
न्याय नही अन्याय हो, तब लगती है चोट ।।
ले कर पहले नोट जो,करते हैं फिर वोट |
लोकतंत्र के मर्म पर, तब लगती है चोट ||
रमेश शर्मा.
कर दें सच को झूठ जो, पहने काला कोट ।
न्याय नही अन्याय हो, तब लगती है चोट ।।
ले कर पहले नोट जो,करते हैं फिर वोट |
लोकतंत्र के मर्म पर, तब लगती है चोट ||
रमेश शर्मा.