तपन को पत्ता बता दो
छोटु के पापा , गुड़िया की मौसी , मुन्नी की नानी , लटकु के दादा , भटकूँ के चाचा , तगड़ू के जीजा , सकडु के साले, पतलू के भाई जिन्हें भी पता हो जरा बतला दो पत्ता भुखमरी , गरीबी , बेबसी का । इन्हें गलाने आज ढूढ के मुश्किल से तपन लाया हूँ ।। फिर ना कहना हमे महगाई , गरीबी और बेरोजगारी ने मारा है ।।