Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jun 2023 · 1 min read

*तपती धूप सता रही, माँ बच्चे के साथ (कुंडलिया)*

तपती धूप सता रही, माँ बच्चे के साथ (कुंडलिया)
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
तपती धूप सता रही ,माँ बच्चे के साथ
जीवन-रण में चल पड़ी ,पकड़े-पकड़े हाथ
पकड़े-पकड़े हाथ ,टोकरी सिर पर लादे
सूरज उसमें बाँध ,निडर करके कुछ वादे
कहते रवि कविराय ,नाम श्रम का नित जपती
माँ का शौर्य असीम , रोज गर्मी में तपती
— ——————–++++++——————-
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर( उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 99976 15451

459 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
*किसने देखा है ईश्वर को, किसने छूकर पहचाना है (राधेश्यामी छं
*किसने देखा है ईश्वर को, किसने छूकर पहचाना है (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
काल्पनिक अभिलाषाओं में, समय व्यर्थ में चला गया
काल्पनिक अभिलाषाओं में, समय व्यर्थ में चला गया
Er.Navaneet R Shandily
ती सध्या काय करते
ती सध्या काय करते
Mandar Gangal
4707.*पूर्णिका*
4707.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कह रहे हैं मैं बुरी हूँ लेकिन
कह रहे हैं मैं बुरी हूँ लेकिन
Shweta Soni
हर विषम से विषम परिस्थिति में भी शांत रहना सबसे अच्छा हथियार
हर विषम से विषम परिस्थिति में भी शांत रहना सबसे अच्छा हथियार
Ankita Patel
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
साहित्य गौरव
योग
योग
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
विषय तरंग
विषय तरंग
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सुलगती आग हूॅ॑ मैं बुझी हुई राख ना समझ
सुलगती आग हूॅ॑ मैं बुझी हुई राख ना समझ
VINOD CHAUHAN
हाथ पकड़ चल साथ मेरे तू
हाथ पकड़ चल साथ मेरे तू
Aman Sinha
बाबा साहब अंबेडकर का अधूरा न्याय
बाबा साहब अंबेडकर का अधूरा न्याय
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
बिगड़ी छोटी-छोटी सी बात है...
बिगड़ी छोटी-छोटी सी बात है...
Ajit Kumar "Karn"
.........,
.........,
शेखर सिंह
के अब चराग़ भी शर्माते हैं देख तेरी सादगी को,
के अब चराग़ भी शर्माते हैं देख तेरी सादगी को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दोस्ती का मर्म (कविता)
दोस्ती का मर्म (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
ऐसे साथ की जरूरत
ऐसे साथ की जरूरत
Vandna Thakur
टूट गया हूं शीशे सा,
टूट गया हूं शीशे सा,
Umender kumar
बाकी है...!!
बाकी है...!!
Srishty Bansal
अंदर मेरे रावण भी है, अंदर मेरे राम भी
अंदर मेरे रावण भी है, अंदर मेरे राम भी
पूर्वार्थ
तन पर तन के रंग का,
तन पर तन के रंग का,
sushil sarna
वंशबेल
वंशबेल
Shiva Awasthi
समूह
समूह
Neeraj Agarwal
"नायक"
Dr. Kishan tandon kranti
भोग कामना - अंतहीन एषणा
भोग कामना - अंतहीन एषणा
Atul "Krishn"
जाति-धर्म
जाति-धर्म
लक्ष्मी सिंह
नज़र चुरा कर
नज़र चुरा कर
Surinder blackpen
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
केंद्र की सत्ता में वापसी के लिए पंजा-पार्टी को
केंद्र की सत्ता में वापसी के लिए पंजा-पार्टी को "विदूषक" व "
*प्रणय*
अब वो लोग भी कन्या पूजन के लिए लड़कियां ढूंढेंगे जो बेटियों
अब वो लोग भी कन्या पूजन के लिए लड़कियां ढूंढेंगे जो बेटियों
Ranjeet kumar patre
Loading...