Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 May 2021 · 2 min read

तन से ज्यादा मन पर कोरोना

तन से ज्यादा मन पर कोरोना

हालांकि यह दौर बहुत ही मुश्किल है।महामारी से भारत मे त्राहिमाम मचा हुआ है।लेकिन यह भी सत्य हैं कि महामारी की तमाम चुनोतियाँ के बावजूद मरीजों के स्वस्थ होने की दर भी संतोषजनक हैं।वही राहत देने वाली बात यह है कि ज्यादातर मरीज घर पर ही रहकर कोरोना को हरा रहे हैं।यह कोरोना शरीर से अधिक हमारे मस्तिष्क पर प्रहार कर रहा है।यह हमें मानसिक तौर पर बीमार कर रहा है।आजकल चारों और कोरोना महामारी के सम्बंधित बाढ़ आ गई हैं।इसमें सोशल मीडिया अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।इसलिए बार बार एक ही तरह के समाचार सुन और पढ़कर लोगों के मस्तिष्क में कोरोना महामारी का ख़ौफ़ बैठ गया है। वर्तमान में कोरोना लोगों के तन से ज्यादा मन पर हावी हो रहा है। जब हम बार बार नकारात्मक विचारों को मस्तिष्क में लाते हैं तो शरीर के अंदर नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होने लगता है इसी नकारात्मकता की वजह से लोग मानसिक तनाव का शिकार हो रहे हैं।धीरे-धीरे यह मानसिक तनाव बीमारी का रूप धारण कर लेता है ओर वही बात है कि आज कोरोना ने मानसिक बीमारी का रूप धारण कर लिया है। यह भी देखा गया है कि जो लोग कोरोना से जुड़े समाचारों से दूर रहते हैं उन पर इस कोरोना महामारी का असर बिल्कुल कम है। कोरोना से विजय करने के लिए हमे मस्तिष्क को बिल्कुल शांत व स्वस्थ रखने की बिल्कुल जरूरत है।कोरोना से सावधानी बरतनी बहुत ही आवश्यक है पर बार बार उस विषय में सोचना, पढ़ना और देखना बहुत ही हमारे लिए घातक है। विशेषकर घर से बिना कार्य बार नहीं निकलना है अतिआवश्यक काम होने पर ही घर से बार निकले और निकलते समय मुँह पर मास्क होना बहुत ही जरूरी है सरकार की गाइडलाइंस का पालन करना, बार बार हाथ साबुन से धोना और प्रशासन का सहयोग करना चाहिए।

शंकर आँजणा नवापुरा धवेचा
बागोड़ा जालोर-343032
कक्षा स्नातक तृतीय वर्ष

Language: Hindi
Tag: लेख
3 Comments · 296 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
निगाहों से पूछो
निगाहों से पूछो
Surinder blackpen
चुनौतियाँ बहुत आयी है,
चुनौतियाँ बहुत आयी है,
Dr. Man Mohan Krishna
ग़ज़ल-दर्द पुराने निकले
ग़ज़ल-दर्द पुराने निकले
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
You come in my life
You come in my life
Sakshi Tripathi
"जीवन क्या है?"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़ब जीवन मे सब कुछ सही चल रहा हो ना
ज़ब जीवन मे सब कुछ सही चल रहा हो ना
शेखर सिंह
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सज गई अयोध्या
सज गई अयोध्या
Kumud Srivastava
🙏*गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏*गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*आता मौसम ठंड का, ज्यों गर्मी के बाद (कुंडलिया)*
*आता मौसम ठंड का, ज्यों गर्मी के बाद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आजाद लब
आजाद लब
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
फूल और कांटे
फूल और कांटे
अखिलेश 'अखिल'
बाजारवाद
बाजारवाद
Punam Pande
काश तुम मेरे पास होते
काश तुम मेरे पास होते
Neeraj Mishra " नीर "
दीपावली २०२३ की हार्दिक शुभकामनाएं
दीपावली २०२३ की हार्दिक शुभकामनाएं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हे परम पिता !
हे परम पिता !
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
आत्म अवलोकन कविता
आत्म अवलोकन कविता
कार्तिक नितिन शर्मा
भ्रष्टाचार और सरकार
भ्रष्टाचार और सरकार
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
THE MUDGILS.
THE MUDGILS.
Dhriti Mishra
गांधी जी का चौथा बंदर
गांधी जी का चौथा बंदर
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
25)”हिन्दी भाषा”
25)”हिन्दी भाषा”
Sapna Arora
ऑंखों से सीखा हमने
ऑंखों से सीखा हमने
Harminder Kaur
मैं कौन हूँ?मेरा कौन है ?सोच तो मेरे भाई.....
मैं कौन हूँ?मेरा कौन है ?सोच तो मेरे भाई.....
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
मणिपुर की घटना ने शर्मसार कर दी सारी यादें
मणिपुर की घटना ने शर्मसार कर दी सारी यादें
Vicky Purohit
हे राम,,,,,,,,,सहारा तेरा है।
हे राम,,,,,,,,,सहारा तेरा है।
Sunita Gupta
हम पचास के पार
हम पचास के पार
Sanjay Narayan
🙅झाड़ू वाली भाभी🙅
🙅झाड़ू वाली भाभी🙅
*प्रणय प्रभात*
शादी वो पिंजरा है जहा पंख कतरने की जरूरत नहीं होती
शादी वो पिंजरा है जहा पंख कतरने की जरूरत नहीं होती
Mohan Bamniya
व्यंग्य क्षणिकाएं
व्यंग्य क्षणिकाएं
Suryakant Dwivedi
जिन्दगी की शाम
जिन्दगी की शाम
Bodhisatva kastooriya
Loading...