तन्हाई
जब तन्हा रहता हूँ मैं,
खुद से बातें करता हूँ मैं।
अपनी तन्हाई के साथ,
खुशियों और दुःखों के समान खड़ा हूँ मैं।
अकेले रहने की आदत है मेरी,
जानता हूँ, ये दुनिया है ढेरी।
फिर भी तन्हाई मेरे लिए,
जैसे कोई अमृत धारा है।
तन्हाई के साथ जब रहता हूँ,
खुद से जुड़ता हूँ मैं।
अपनी तन्हाई के साथ,
जीवन के सभी संघर्षों से लड़ता हूँ मैं।
जब तन्हा रहता हूँ मैं,
तब खुद से मिल जाता हूँ मैं।
अपनी तन्हाई के साथ,
खुशियों के संग जीता हूँ मैं।
तन्हाई की ये अनूठी शक्ति है,
जो दुनिया में नहीं है कहीं।
ये तन्हाई मुझे बताती है,
जीवन की महत्ता के बारे में सबकुछ जो मैंने समझा नहीं।
तन्हाई मेरा साथी है,
जो मेरे साथ हर पल रहती है।
अपनी तन्हाई के साथ,
खुशियों के संग जीवन के बढ़ते कदमों को धड़कता हूं मैं।
तन्हाई मेरा आधार है,
जो मुझे जीवन के समय सहारा देती है।
अपनी तन्हाई के साथ,
मुझे जीवन के सभी संघर्षों से लड़ता हूँ मैं।
तन्हाई मेरी शक्ति है,
जो मुझे हमेशा बलिदान करने के लिए तैयार रखती है।
अपनी तन्हाई के साथ,
हर एक संघर्ष को जीवन का सफर बनाता हूँ मैं।
तन्हाई के साथ जब रहता हूँ,
तब मुझे अपनी असली ताकत मिलती है।
अपनी तन्हाई के साथ,
खुशियों के संग जीवन के सभी संघर्षों से लड़ता हूँ मैं।
तन्हाई का ये रंग,
जो मुझे समझाता है जीवन के असली मतलब के बारे में।
अपनी तन्हाई के साथ,
हर एक पल को संगीत की तरह गुजारता हूँ मैं।
तन्हाई मेरी पहचान है,
जो मुझे हमेशा अलग बना कर रखती है।
अपनी तन्हाई के साथ,
हर एक संघर्ष को जीवन का सफर बनाता हूँ मैं।