Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jul 2022 · 1 min read

तन्हाई के आलम में।

तन्हाई के आलम में जिंदगी अलहदा जी रहे है।
अपने ही घर में देखो हम इक मेहमां से रह रहे है।।1।।

कभी हम हुआ करते थे महकते फूले गुलशन।
आज अपनों की नज़र में हम बागवां से हो गए है।।2।।

रिश्तों की तपिश में ना वो गर्मजोशी रह गई है।
सारे के सारे ही हमारी जिंदगी से खफा हो गए है।।3।।

मोहब्बत बन के बरसते थे बहार ए गुलशन में।
आज लगे जैसे बंजर जमीन के आसमां हो गए है।।4।।

शिकवे गीले ना थे कभी दिलों के दरम्यांनो में।
अब तो हम शिकायतों का बड़ा अम्बार हो गए है।।5।।

हर किसी की नज़र में ही हम नूर ए नज़र थे।
सभी को लगता है हम रिश्तों में बेवफ़ा हो गए है।।6।।

ताज मोहम्मद
लखनऊ

2 Likes · 8 Comments · 284 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Taj Mohammad
View all
You may also like:
जो हमारे ना हुए कैसे तुम्हारे होंगे।
जो हमारे ना हुए कैसे तुम्हारे होंगे।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*बहुत अच्छाइ‌याँ हैं, मन्दिरों में-तीर्थ जाने में (हिंदी गजल
*बहुत अच्छाइ‌याँ हैं, मन्दिरों में-तीर्थ जाने में (हिंदी गजल
Ravi Prakash
Stories whose plots are often untouched and mysteries are un
Stories whose plots are often untouched and mysteries are un
Chaahat
सहधर्मिणी
सहधर्मिणी
Bodhisatva kastooriya
" झूमिंग "
Dr. Kishan tandon kranti
*जातक या संसार मा*
*जातक या संसार मा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
फिर भी यह मेरी यह दुहा है
फिर भी यह मेरी यह दुहा है
gurudeenverma198
रुकती है जब कलम मेरी
रुकती है जब कलम मेरी
Ajit Kumar "Karn"
..
..
*प्रणय*
धर्म जब पैदा हुआ था
धर्म जब पैदा हुआ था
शेखर सिंह
शेर
शेर
SHAMA PARVEEN
मां बाप के मरने पर पहले बच्चे अनाथ हो जाते थे।
मां बाप के मरने पर पहले बच्चे अनाथ हो जाते थे।
Rj Anand Prajapati
जो तुम्हारे भीतर,
जो तुम्हारे भीतर,
लक्ष्मी सिंह
कब जुड़ता है टूट कर,
कब जुड़ता है टूट कर,
sushil sarna
तब गाँव हमे अपनाता है
तब गाँव हमे अपनाता है
संजय कुमार संजू
" सत कर्म"
Yogendra Chaturwedi
देख रे भईया फेर बरसा ह आवत हे......
देख रे भईया फेर बरसा ह आवत हे......
रेवा राम बांधे
प्रीत को अनचुभन रीत हो,
प्रीत को अनचुभन रीत हो,
पं अंजू पांडेय अश्रु
मेरे दिल की हर इक वो खुशी बन गई
मेरे दिल की हर इक वो खुशी बन गई
कृष्णकांत गुर्जर
कर दिया
कर दिया
Dr fauzia Naseem shad
जिंदगी
जिंदगी
Sangeeta Beniwal
थोड़ा राज बनकर रहना जरूरी हो गया है दोस्त,
थोड़ा राज बनकर रहना जरूरी हो गया है दोस्त,
P S Dhami
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
Khaimsingh Saini
तन्हाई ही इंसान का सच्चा साथी है,
तन्हाई ही इंसान का सच्चा साथी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अपना नैनीताल...
अपना नैनीताल...
डॉ.सीमा अग्रवाल
माँ
माँ
Dr Archana Gupta
अच्छा हृदय और अच्छा स्वभाव दोनों आवश्यक है वो इसलिए क्योंकि
अच्छा हृदय और अच्छा स्वभाव दोनों आवश्यक है वो इसलिए क्योंकि
ललकार भारद्वाज
गरीबी और लाचारी
गरीबी और लाचारी
Mukesh Kumar Sonkar
छुपा है सदियों का दर्द दिल के अंदर कैसा
छुपा है सदियों का दर्द दिल के अंदर कैसा
VINOD CHAUHAN
आंखो मे छुपे सपने
आंखो मे छुपे सपने
अमित
Loading...