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30 Oct 2022 · 1 min read

तटस्थ बुद्धिजीवी

जो अपने आप में मस्त हैं
आत्म मुग्धता से ग्रस्त हैं!
श्रेष्ठता-ग्रंथि नाम के एक
असाध्य रोग से त्रस्त हैं!
कहीं कुछ भी हो लेकिन
उन्हें उससे मतलब नहीं
वे दुनियादारी को लेकर
भारत की तरह तटस्थ हैं!
#कवि #poetry #शायर #साहित्य
#हिंदी #Artists #bollywood
#लेखक #बुद्धिजीवी #opposition

Language: Hindi
1 Like · 236 Views
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