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15 Aug 2018 · 1 min read

थार का सैनिक

मैं देखा करता हूँ अक्सर, थार के सैनिक को
धूल भरी आँधी में
आग उगलती दुपहरी में
कैसे करता है वो अपनी मातृभूमि की रखवाली ।

उसकी आँखों में दिखते हैं
महफूज- संसद और वातानुकूलित दफ्तर ।

दो घूंट पानी पीकर
वो फिर से निगाहें जमाता है
इधर संसद में होता है मध्याह्न
वातानुकूलन में भोजनावकाश
महफूज है देश के बच्चे और उनके पापा ।

इधर भीग जाता है उसके बेटे का खत
पसीने से तरबतर
पेंट की जेब में ।

मैं कौशिश करता हूँ समझने की
आखिर कौन करता होगा देश सेवा
संसद या थार का सैनिक…..!!!

© राजदीप सिंह इन्दा

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 262 Views
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