कुछ मुकाम पाने है तो काफी कुछ छोड़ने का साहस दिखाना होगा। क्
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जो आता है मन में उसे लफ्जों से सजाती हूं,
,✍️फरेब:आस्तीन के सांप बन गए हो तुम...
क्या कहूं अपने बारे में दुश्मन सा लगता हूं कुछ अपनेपन का छौं
लिखना है मुझे वह सब कुछ
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
बेबसी
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
नहीं घुटता दम अब सिगरेटों के धुएं में,
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
जिसकी भी आप तलाश मे हैं, वह आपके अन्दर ही है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
🥀✍ *अज्ञानी की*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*गाजर-हलवा श्रेष्ठतम, मीठे का अभिप्राय (कुंडलिया)*
मेरी एक जड़ काटकर मुझे उखाड़ नही पाओगे
लोककवि रामचरन गुप्त एक देशभक्त कवि - डॉ. रवीन्द्र भ्रमर