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16 Oct 2021 · 1 min read

डॉक्टर (बाल कविता)

बाल कविता : डॉक्टर
××××××××××××××××××××××××
काम हमारे आते डॉक्टर
सारे रोग भगाते डॉक्टर (1)

जब पड़ते बीमार कभी तो
हमको दवा सुझाते डॉक्टर(2)

कहने को तो यह मनुष्य हैं
पर ईश्वर कहलाते डॉक्टर(3)

इन्हें रात – दिन चैन कहाँ है
भागम – भाग लगाते डॉक्टर(4)

जब रोगी निरोग हो जाता
मन ही मन मुस्काते डॉक्टर(5)

जिनकी डिग्री झूठी है वह
मूरख सिर्फ बनाते डॉक्टर(6)
************************
रचयिता: रवि प्रकाश, रामपुर

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