“डार्विन ने लिखा था”
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“डार्विन ने लिखा था”
डार्विन ने अपने भाई को लिखा था
केवल मूर्खों को छोड़कर
बुद्धिमत्ता के हिसाब से
लोगों में ज्यादा अन्तर नहीं होता,
अन्तर तो केवल
जिद और कड़ी मेहनत में होता है।
“डार्विन ने लिखा था”
डार्विन ने अपने भाई को लिखा था
केवल मूर्खों को छोड़कर
बुद्धिमत्ता के हिसाब से
लोगों में ज्यादा अन्तर नहीं होता,
अन्तर तो केवल
जिद और कड़ी मेहनत में होता है।