डरो ना, डरो ना, डरो ना
डरो ना, डरो ना, डरो ना, सावधानी रखो ना
बिना काम घर से ना निकलो, प्यार से घर में रहो ना
जबभी घर से कदम बढ़ाएं, सबसे पहले मास्क लगाएं
बिला वजह ना हाथ लगाएं, इधर उधर ना घूमने जाएं
कोविड-प़ोटोकाल कॉल रखो ना,डरो ना
नकारात्मक विचार ना लाएं, सकारात्मक सोच बनाएं
विचार ही बीज है, अच्छे बुरे का, सोच सोच कर, ना घबराएं
कुछ अच्छी किताबें पढ़ो ना,डरो ना
शुद्ध सात्विक खाना खाएं तुलसी अदरक हल्दी आंवला
थोड़ा-थोड़ा सलाद अपनाएं
जीभ रखो अपनी काबू में, अगड़म बगड़म खाओ ना
साफ सफाई की आदत डालो, किसी तरह का डर ना पालो
गंदगी से ही आती बीमारी, जीवन में अब गांठ लगा लो
जीवन को कुछ करो ना, भैया बिल्कुल डरो ना
सुरेश कुमार चतुर्वेदी