Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Aug 2024 · 1 min read

टेढ़ी-मेढ़ी बातें

अत्र, तत्र, सर्वत्र करने प्यार
ना पहुंच सके जग दातार l
इस कमी को पूरी करने
भेजा मां को करने प्यार l

सजा देने उल्टी करनी की
बनाया सुंदर विधान l
संग पत्नी कर दिया
खींचने का कान l

आज कल के माता-पिता का
बड़ा अजब गजब का हाल l
बैठा बच्चों को स्कूल बस में
ऐसा करते टाटा बाय मानो विदेश पढ़ने जाए l

हमारे जमाने का था
बड़ा बेढब हाल l
ले फूल डोज चार लात का
दन दन करते स्कूल जाए l

खाना पचता नहीं
कमाते बचता नहीं l
पर्स में मानो बैठा गोडसे
गांधी बाबा टिकता नहीं l

लड़की पास तो
रेस्टोरेंट का बिल l
लड़की दूर तो
आए रिचार्ज बिल ल

छोड़ चली लड़की आए दारू का बिल कहे कवि जरा हटके
ना लगाओ दिल ना आएगा बिल l

अच्छी करनी करते रहो
फल मिले ना मिले l
शायद फलानी मिल जाए l
पुनः कहे जरा हटके

हंसते जाओ मुस्कुराते जाओ
जीवन का यूं लुफ्त उठाओ l

राजेंद्र कुमार रुंगटा कवि

1 Like · 58 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
आगमन उस परलोक से भी
आगमन उस परलोक से भी
©️ दामिनी नारायण सिंह
" हद "
Dr. Kishan tandon kranti
मुश्किल जब सताता संघर्ष बढ़ जाता है🌷🙏
मुश्किल जब सताता संघर्ष बढ़ जाता है🌷🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर
Bindesh kumar jha
इस ठग को क्या नाम दें
इस ठग को क्या नाम दें
gurudeenverma198
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
Shekhar Chandra Mitra
मुझे अच्छी लगती
मुझे अच्छी लगती
Seema gupta,Alwar
हरि हरि के जाप ने हर लिए सारे कष्ट...
हरि हरि के जाप ने हर लिए सारे कष्ट...
Jyoti Khari
परिभाषा संसार की,
परिभाषा संसार की,
sushil sarna
यूं सांसों का वजूद भी तब तक होता है,
यूं सांसों का वजूद भी तब तक होता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
“A little more persistence a little more effort, and what se
“A little more persistence a little more effort, and what se
पूर्वार्थ
सफ़र जिंदगी का (कविता)
सफ़र जिंदगी का (कविता)
Indu Singh
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
खुश हो लेता है उतना एक ग़रीब भी,
खुश हो लेता है उतना एक ग़रीब भी,
Ajit Kumar "Karn"
तन मन में प्रभु करें उजाला दीप जले खुशहाली हो।
तन मन में प्रभु करें उजाला दीप जले खुशहाली हो।
सत्य कुमार प्रेमी
बहुत हुए इम्तिहान मेरे
बहुत हुए इम्तिहान मेरे
VINOD CHAUHAN
ऋतु गर्मी की आ गई,
ऋतु गर्मी की आ गई,
Vedha Singh
भूप
भूप
Shriyansh Gupta
किया है यूँ तो ज़माने ने एहतिराज़ बहुत
किया है यूँ तो ज़माने ने एहतिराज़ बहुत
Sarfaraz Ahmed Aasee
अ ज़िन्दगी तू ही बता..!!
अ ज़िन्दगी तू ही बता..!!
Rachana
जो तू नहीं है
जो तू नहीं है
हिमांशु Kulshrestha
*इक क़ता*,,
*इक क़ता*,,
Neelofar Khan
# 𑒫𑒱𑒔𑒰𑒩
# 𑒫𑒱𑒔𑒰𑒩
DrLakshman Jha Parimal
घायल मेरा प्यार....!
घायल मेरा प्यार....!
singh kunwar sarvendra vikram
4810.*पूर्णिका*
4810.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नेता के बोल
नेता के बोल
Aman Sinha
हौंसले को समेट कर मेघ बन
हौंसले को समेट कर मेघ बन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मेरे भाव मेरे भगवन
मेरे भाव मेरे भगवन
Dr.sima
सोना बन..., रे आलू..!
सोना बन..., रे आलू..!
पंकज परिंदा
Loading...