Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Nov 2024 · 1 min read

” टूटे हुए सपने “

” टूटे हुए सपने ”

टूटे हुए सपनों की सुने कौन किसकी,
अन्तस् को चीर व्यथा पलकों पर ठिठकी।

2 Likes · 2 Comments · 41 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

जनता के हिस्से सिर्फ हलाहल
जनता के हिस्से सिर्फ हलाहल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मेरी मोमबत्ती तुम।
मेरी मोमबत्ती तुम।
Rj Anand Prajapati
प्रेम
प्रेम
Ruchika Rai
जाने के बाद .......
जाने के बाद .......
sushil sarna
इंसान बनने के लिए
इंसान बनने के लिए
Mamta Singh Devaa
फूल
फूल
Neeraj Agarwal
हम सब एक दिन महज एक याद बनकर ही रह जाएंगे,
हम सब एक दिन महज एक याद बनकर ही रह जाएंगे,
Jogendar singh
ग़ज़ल के क्षेत्र में ये कैसा इन्क़लाब आ रहा है?
ग़ज़ल के क्षेत्र में ये कैसा इन्क़लाब आ रहा है?
कवि रमेशराज
" अगर "
Dr. Kishan tandon kranti
आया बसंत
आया बसंत
श्रीकृष्ण शुक्ल
शराब
शराब
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हेच यश आहे
हेच यश आहे
Otteri Selvakumar
चलो आज कुछ बात करते है
चलो आज कुछ बात करते है
Rituraj shivem verma
***
*** " बरसात के मौसम में........!!! " ***
VEDANTA PATEL
** जिंदगी  मे नहीं शिकायत है **
** जिंदगी मे नहीं शिकायत है **
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"समझदार लोग किसी की ईंट के बदले पत्थर नहीं फेंकते। ईंटों को
*प्रणय*
जब बनना था राम तुम्हे
जब बनना था राम तुम्हे
ललकार भारद्वाज
*ईश्वर की रचना है धरती, आकाश उसी की काया है (राधेश्यामी छंद)
*ईश्वर की रचना है धरती, आकाश उसी की काया है (राधेश्यामी छंद)
Ravi Prakash
राम राज्य
राम राज्य
Shashi Mahajan
कितनी अजब गजब हैं ज़माने की हसरतें
कितनी अजब गजब हैं ज़माने की हसरतें
Dr. Alpana Suhasini
फर्क
फर्क
Shailendra Aseem
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
गजल ए महक
गजल ए महक
Dr Mukesh 'Aseemit'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कविता और गरीब की लुगाई / MUSAFIR BAITHA
कविता और गरीब की लुगाई / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
*देखो मन में हलचल लेकर*
*देखो मन में हलचल लेकर*
Dr. Priya Gupta
कभी कभी अच्छा लिखना ही,
कभी कभी अच्छा लिखना ही,
नेताम आर सी
चलो प्रिये तुमको मैं संगीत के क्षण ले चलूं....!
चलो प्रिये तुमको मैं संगीत के क्षण ले चलूं....!
singh kunwar sarvendra vikram
23/84.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/84.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हे सूरज देवा
हे सूरज देवा
Pratibha Pandey
Loading...