टूटे हुए पथिक को नई आश दे रहीं हो
बुझी हुई आश को विश्वास दे रहीं हो
नि:स्वर कलेवर को सास दे रहीं हो
बालक अज्ञानी को खास दे रहीं हो
टूटे हुए पथिक को नई आश दे रहीं हो
सार के बगिया का इतिहास दे रहीं हो
पपीहा को प्यास का एहसास दे रहीं हो
वचन बद्ध कुंज का विश्वास दे रहीं हो
टूटे हुए पथिक को नई आश दे रहीं हो
स्थापित मर्यादित, चरित्रवान कह रहीं हो
कलयुग में सत्य, रूपी सत्यवान कह रहीं हो
माया मिलन में परितोषक प्रयास दे रहीं हो
टूटे हुए पथिक को नई आश दे रहीं हो