टूटा दिल
कौन कहता है कि सिर्फ मोहब्बत में ही दिल टूटा करते हैं,
जिंदगी के अधूरे ख्वाब भी तकलीफ बहुत दिया करते हैं,
मान लेते हैं किसी इंसान को हम अपनी जिंदगी का फ़लसफ़ा,
जिसके खातिर कई बार हम अपनो को छोड़ दिया करते हैं,
देखकर किसी दिलजले को सब उस पर रहम बड़ा करते हैं,
और बर्बाद हो जाए किसी की जिंदगी तो उस पर ताने कसते हैं,
ठोकर खाकर विश्वास की किस्मत और खुदा को दोष दिया करते हैं,
पर सही गलत का फर्क हम फिर भी नहीं पहचान पाते हैं,
किसी ने ठुकराया प्यार तो टूटे दिल का वास्ता दे गलत राह पर चलते हैं,
और हमारी परवरिश करने वाले का दिल अपने कामो से कई दफा तोड़ते हैं,
नाकाम होकर जिंदगी ए सफर में बिखरी हुई हिम्मत संभाल नहीं पाते हैं,
और खुद की जान लेकर हम अपने चाहने वालों का दिल शान से दुखाते है,
अपने नापाक इरादों के लिए न जाने कितनी मासूमों का दिल तोड़ते हैं,
और हमारी इन्हीं हरकतों से कई मासूम दिल धड़कने से पहले दम तोड़ते हैं,
कहते हैं रूठ जाती है किस्मत उनकी जो किसी से दिल लगाते हैं,
पर क्या कभी वो अपने किए को बुरी किस्मत का दोष देते हैं,
जरूरी नहीं कि हर टूटे दिल की कहानी प्यार से शुरू होती है,
कुछ टूटे दिल की दांस्ता अपनों की खुशी की इमारत पर खड़ी होती है