**झंडा ऊँचा रहे हमारा**
जिसकी मिट्टी की खुशबू भी
चंदन के जैसी लगती है ।।
जिसकी ठंडी और शीतल वात
मलय की भाँति बहती है ।।
जिसके लोगों में अपनापन
उनका अस्तित्व बनाता है ।।
एकता और भाईचारा
हर कदम पर मुस्काता ।।
****वही है भारत देश महान
हम सबका प्यारा हिंदुस्तान ।।
जिसके शीर्ष पर हिमालय
हिमताज पहन खड़ा है।।
जिसके क्षितिज के छोर पर
अरुणकर प्रकाश भरा है ।।
उषा की किरण उगाता अरुण
जहाँ नया सवेरा लाता हैं ।।
रात्रि के तम में भी जहाँ
रोशन जग हुआ जाता है ।।
****वही है भारत देश महान
हम सबका प्यारा हिंदुस्तान ।।
जहाँ तिरंगे के तीन रंग की
आन-बान-शान निराली है ।।
जहाँ वीरों की कुर्बानी
वतन पर ज़ाया न जाती है ।।
जहाँ हर कोम, धर्म, जाति
भाईचारें का सूत्र बनाता है ।।
अनेकता में एकता का सूत्र जहाँ
हर पग पर बांधा जाता है ।।
****वही है भारत देश महान
हम सबका प्यारा हिंदुस्तान ।।
देते हैं अपनी जान वतन पर
हर वीर वह भारतवासी है ।।
दुश्मनों को धूल चटाने वाले
सरहद के वीर हिंदुस्तानी हैं ।।
धरती पर करे जो जान निसार
पाषाण जिगरधारी बलिहारी है ।।
अपनी मिट्टी के मान की खातिर
जहाँ न्यौछावर हर देशवासी है ।।
****वही है भारत देश महान
हम सबका प्यारा हिंदुस्तान ।।
वंदे मातरम !