Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Feb 2024 · 2 min read

“ज्ञ ” से ज्ञानी हम बन जाते हैं

“ज्ञ ” से ज्ञानी हम बन जाते हैं
“अ ” जब आरंभ करते हैं
स्वर भी सीखते हैं
व्यंजन भी सीखते हैं
पंचमाक्षर पढ़ -पढ़कर
ज्ञान -सरोवर में नहा- नहाकर
सारेगामा का सुर गाते हैं।
“ह” पहले आता है ज्ञ से
हल करना होता सारा हिसाब
जीवन की सारी समस्याएं
जीवन का सारा गणित
“त्र ” से त्रान तभी मिलता है
“क्ष ” क्षण – क्षण उभरती बाधाओं से/
परीक्षाओं में उत्तरीन होना होता है
सफल होना होता है
और तब जो संज्ञा मिलती है
आसमान की ऊंचाई छूता है ।

वीणा- धारणी वीणा बजाती है
सप्तक तारों को बांध -बांधकर
मृदुल संगीत सुनाती है
हमें रिझाती है
हमें बुलाती है
अपने पास बुलाकर
हमे पढ़ाती है
हमे दिखाती है सदमार्ग
हमे सिखाती है सन्मार्ग
उनके निकट बैठा हंस
नीर -क्षीर करने की ऊर्जा पाता है
विद्या देकर हमें विद्वान बनाती है
हमें प्रज्ञान बनाती है।

प्रकृति जब पीत -वसना होती है
खेतों में सरसों लहलहाती है
माघ शुक्ल पंचमी दिन/
बसंत -पंचमी के दिन
धवल वस्त्र पहनकर धरती पर आती है
जीवन को सरस बनाती है
“सरस्वती ” कहलाती है
सद्ज्ञान सद्बुद्धि भर देती है
राग -अनुराग से भर देती है
“र ” से रिश्ते बनाती है
जब हम उन्हें मां कहते है
हमें वे पूत समझती है।

वर दो ! भर दो ! मेरे जीवन को
उल्लास से ,उमंग से , आशा से
वर दो ! ज्ञानदे हे मां शारदे!
जो सीखा है, सिखाऊं औरों को
शिक्षार्थ जाऊं विद्यालय तो
सेवार्थ आऊं राष्ट्र को
भले ही नाम मेरा सिद्धार्थ हो
बुद्ध बनकर दुखिया के दुख मिटाऊं
युद्ध नहीं, शांति फैलाऊं ।
*********************************
@मौलिक रचना – घनश्याम पोद्दार
मुंगेर

Language: Hindi
2 Likes · 159 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ghanshyam Poddar
View all
You may also like:
संसद में लो शोर का,
संसद में लो शोर का,
sushil sarna
..
..
*प्रणय*
अलसाई सी तुम
अलसाई सी तुम
Awadhesh Singh
" यकीन करना सीखो
पूर्वार्थ
आज देव दीपावली...
आज देव दीपावली...
डॉ.सीमा अग्रवाल
I hope one day the clouds will be gone, and the bright sun will rise.
I hope one day the clouds will be gone, and the bright sun will rise.
Manisha Manjari
*******प्रेम-गीत******
*******प्रेम-गीत******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बड़े पद का घमंड इतना ना करो,
बड़े पद का घमंड इतना ना करो,
Ajit Kumar "Karn"
" दरपन "
Dr. Kishan tandon kranti
सच्चा नाता
सच्चा नाता
Shriyansh Gupta
3250.*पूर्णिका*
3250.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आया बसंत
आया बसंत
Seema gupta,Alwar
ग़ज़ल _जान है पहचान है ये, देश ही अभिमान है ।
ग़ज़ल _जान है पहचान है ये, देश ही अभिमान है ।
Neelofar Khan
साथ मेरे था
साथ मेरे था
Dr fauzia Naseem shad
वो तमन्नाएं भी ज़िद पे उतर आईं हैं,
वो तमन्नाएं भी ज़िद पे उतर आईं हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
एक मुठी सरसो पीट पीट बरसो
एक मुठी सरसो पीट पीट बरसो
आकाश महेशपुरी
सच्ची मोहब्बत नहीं अब जमीं पर
सच्ची मोहब्बत नहीं अब जमीं पर
gurudeenverma198
सब गुजर जाता है
सब गुजर जाता है
shabina. Naaz
जंग लगी थी सदियों से शमशीर बदल दी हमने।
जंग लगी थी सदियों से शमशीर बदल दी हमने।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
चार कदम चोर से 14 कदम लतखोर से
चार कदम चोर से 14 कदम लतखोर से
शेखर सिंह
सुनो, मैं जा रही हूं
सुनो, मैं जा रही हूं
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
*जलयान (बाल कविता)*
*जलयान (बाल कविता)*
Ravi Prakash
जिंदगी से निकल जाने वाले
जिंदगी से निकल जाने वाले
हिमांशु Kulshrestha
🌹#तुम_मुझे_ढूंढ_लेना🌹
🌹#तुम_मुझे_ढूंढ_लेना🌹
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
कविता ---- बहते जा
कविता ---- बहते जा
Mahendra Narayan
Quote
Quote
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पतोहन के साथे करें ली खेल
पतोहन के साथे करें ली खेल
नूरफातिमा खातून नूरी
এটা বাতাস
এটা বাতাস
Otteri Selvakumar
पंचतत्व का परमतत्व में विलय हुआ,
पंचतत्व का परमतत्व में विलय हुआ,
Anamika Tiwari 'annpurna '
Loading...