Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Jun 2024 · 1 min read

जो लोग असफलता से बचते है

जो लोग असफलता से बचते है
वो लोग सफलता से भी बचे रहते है

हमेशा याद रखिए सफलता का पहला पड़ाव असफलता है। अगर सफल होना चाहते हैं तो असफलता के लिए भी तैयार रहिए

172 Views

You may also like these posts

चुलबुल चानी - कहानी
चुलबुल चानी - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मौन
मौन
अंकित आजाद गुप्ता
क्रोध घृणा क्या है और इसे कैसे रूपांतरण करें। ~ रविकेश झा
क्रोध घृणा क्या है और इसे कैसे रूपांतरण करें। ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha
दोहा त्रयी. . . . .
दोहा त्रयी. . . . .
sushil sarna
सर्दी के हैं ये कुछ महीने
सर्दी के हैं ये कुछ महीने
Atul "Krishn"
ज़िन्दगी एक उड़ान है ।
ज़िन्दगी एक उड़ान है ।
Phool gufran
ऐसे प्रश्न कई है
ऐसे प्रश्न कई है
Manoj Shrivastava
पीपल बाबा बूड़ा बरगद
पीपल बाबा बूड़ा बरगद
Dr.Pratibha Prakash
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मंथन
मंथन
सोनू हंस
मुकाम जब मिल जाए, मुकद्दर भी झुक जाता है,
मुकाम जब मिल जाए, मुकद्दर भी झुक जाता है,
पूर्वार्थ
"एक कदम"
Dr. Kishan tandon kranti
- सवालों के जवाब -
- सवालों के जवाब -
bharat gehlot
खूबसूरत सादगी
खूबसूरत सादगी
Karuna Bhalla
दाल गली खिचड़ी पकी,देख समय का  खेल।
दाल गली खिचड़ी पकी,देख समय का खेल।
Manoj Mahato
नाम बदलने का था शौक इतना कि गधे का नाम बब्बर शेर रख दिया।
नाम बदलने का था शौक इतना कि गधे का नाम बब्बर शेर रख दिया।
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सृष्टि का कण - कण शिवमय है।
सृष्टि का कण - कण शिवमय है।
Rj Anand Prajapati
3012.*पूर्णिका*
3012.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बस, अच्छा लिखने की कोशिश करता हूॅं,
बस, अच्छा लिखने की कोशिश करता हूॅं,
Ajit Kumar "Karn"
जो तुम्हारे भीतर,
जो तुम्हारे भीतर,
लक्ष्मी सिंह
मेरे पिता जी
मेरे पिता जी
Surya Barman
‘सच’ का सच
‘सच’ का सच
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
रमेशराज का एक पठनीय तेवरी संग्रह “घड़ा पाप का भर रहा ” +डॉ. हरिसिंह पाल
रमेशराज का एक पठनीय तेवरी संग्रह “घड़ा पाप का भर रहा ” +डॉ. हरिसिंह पाल
कवि रमेशराज
क्या वैसी हो सच में तुम
क्या वैसी हो सच में तुम
gurudeenverma198
ग़ज़ल _जान है पहचान है ये, देश ही अभिमान है ।
ग़ज़ल _जान है पहचान है ये, देश ही अभिमान है ।
Neelofar Khan
लड़कियों को हर इक चीज़ पसंद होती है,
लड़कियों को हर इक चीज़ पसंद होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
भेदभाव का कोढ़
भेदभाव का कोढ़
RAMESH SHARMA
बदरा कारे अब तो आ रे
बदरा कारे अब तो आ रे
अरशद रसूल बदायूंनी
The Tapestry of Humanity
The Tapestry of Humanity
Shyam Sundar Subramanian
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
नेताम आर सी
Loading...